मिड डे मील योजना सम्पूर्ण जानकारी |mid day meal yojana in hindi
नमस्कार दोस्तों स्वागत है आपका हमारे Website पर,आज हम Mid day Meal yojana in hindi देश की Yojana के बारे में पढ़ने वाले है.इस लेख में आपको विस्तृत में जानकारी बताने वाला हु.
दोस्तों Mid day meal yojana in hindi ? आये जानते है, ये एक प्रभावशाली योजना है.इसमें Government प्रार्थमिक Student को दोपहर में खाना देती है.तो दोस्तों आइये इसे सविस्तार रूप में देखते midday meal yojana के बारे में.इस योजना को मध्याह्न भोजन भी बोलते है.
Shiksha के
साथ साथ पोषण एक बड़ा विचार
होता है,मिड डे मील भोजन
उसी दिशा में एक पहल है। यह एक केंद्र ने
प्रायोजित की
गयी योजना
है, जहां बच्चों को उनके बेहतर
समग्र विकास
के लिए स्कूल में ही पौष्टिक
पका हुआ भोजन परोसा
जाता है.जैसे की खिचड़ी,सब्जी,रोटी।
यह
योजना वर्ष 1995 में शुरू की गई थी, जहां Primary विद्यालय में बच्चों को खाद्यान्न की आपूर्ति की जाती है। बाद में स्कूलों ने सुप्रीम कोर्ट
की सिफारिश
के बाद बच्चों को पका हुआ भोजन देना शुरू किया.
वर्ष
2018-19 में,11.35 लाख
स्कूलों में पढ़ने वाले 9.12 करोड़ बच्चे
गर्म पौष्टिक
स्कूल भोजन से लाभ हुवा है. यह भोजन शिक्षा का समर्थन करता है और स्वास्थ्य के क्षेत्रों में सकारात्मक प्रभाव
डालता है. Health, नामांकन, नियमित
Attendance और स्कूल
की गतिविधियों
में बच्चों
का प्रदर्शन
इत्यादि।
दोस्तों
निचे हमने मिड डे मील का मेनू दिया हुवा है.ये मिड डे मील का खाना स्कूल में हर एक जान को मिलता है.तो आये देखते है.
mid day meal menu |
what are Features of mid day meal scheme
मध्याह्न भोजन योजना की क्या विशेषताएं है ये हम निचे जानने
वाले है.
- सभी Primary School में मध्यान्ह भोजन 6 से 14 वर्ष के बच्चों को अनिवार्य है,इसका मतलब Class 1th से 8th वीं तक के बच्चे जो स्कूल में दाखिला लेते हैं और भाग लेते हैं वे इस योजना को पात्र रहते हैं.
- उपयुक्त पोषण मानक के साथ एक गर्म पकाया भोजन बच्चों को नि: शुल्क परोसा जाता है.
- 300 कैलोरी Urja की न्यूनतम सामग्री और प्रति दिन 8 से 12 ग्राम प्रोटीन के साथ भोजन एक वर्ष में न्यूनतम 200 दिनों के लिए परोसा जाता है.
- सभी Government और सरकार। सहायता प्राप्त School yojana के अंतर्गत आते हैं, मदरसा भी शामिल हैं (सर्व शिक्षा अभियान के तहत समर्थित)
- यह दुनिया का सबसे व्यापक स्कूल पोषण कार्यक्रम है।12.65 लाख स्कूल में भोजन परोसा जाता है, और 12 करोड़ छात्र इससे लाभान्वित होते हैं।
मिड डे मील योजना scheme के फायदे
- दिनभर उपसमारी से बच गए
भारत में आज भी कई जगह हम Road पर देखते है,Busstand ,Railway
Station ,अक्सर बच्चे भीख मांगते है,दिनभर खाने के लिए कुछ न कुछ करते रहते है.उन क्षेत्रो के लिए mid day meal programme एक वरदान साबित हो गई है.
- खाने के वजह से स्कूल में भेजना
जो अपने बच्चो को भी पेट भरने वाले जुगाड़ी कामो में लगा दिया करते थे . आजकल वो उनको School भेजने लगे हैं । इस अपेक्षा में की चलो कम से कम एक समय khana स्कूल से तो मिलेगा
- उपस्थिति में बढ़ावा
mdm के अंदर एक प्रावधान है कि जिस बच्चे की उपस्थति 80% या 80% से अधिक होगी । अगले साल के लिए इस Scheme का लाभ लेने के लिए वही योग्य होगा। इस कारण भी बच्चे नियमित रूप से स्कूल आने लगे.
- लडकियों की संख्या बढ़ोतरी
चूंकि पहले Gramin इलाको और आदिवासी इलाको में बहुत कम या लडकियों को School भेजा ही नहीं जाता था । लेकिन mid day meal program के संचालन के बाद बच्चो के माँ बाप लड़कियों को भी स्कूल भेजने लगे.
- बच्चो का विकास और साथ खाना
Graminइलाको में कुछ बच्चे ऐसे होते थेजो School जाते वक़्त बहुत रोते चिल्लाते थे, लेकिन जब से उनके School में इस midday meal Yojana के अंतर्गत khana शुरू हुआ है । वो भी बिना चीखे चिल्लाये आराम से स्कूल जाने लगे.
- शारीरिक,बौद्धिक
विकास
वे बच्चे जिन्हें Garibi के कारण घर में भरपेट khana नहीं मिल पाता था और उनका बोद्धिक और Physical विकास अच्छे ढंग से नहीं हो पा रहा था.अब उनको इस mid day meal Yojana के अंतर्गत School में भरपेट Khana मिल जाता है ।
- जातपात
का निर्मूलन
mid day meal scheme योजना के अंतर्गत एक School में padhne वाले सारे बच्चे चाहे वह किसी सम्प्रदाय, पंथ या जाति के हो, को एक साथ करना पड़ता है.जिससे सामाजिक समानता का प्रोत्साहन मिलता है.
- गरीब लोग
का एक समय का खाना बचा
ऐसे गरीब लोग जिन्हे अपने बच्चे को एक Time का खाना खिलाने के लिएपता नहीं कितने पापड़ बेलने पड़ते हैं ।वो चुपचाप अब अपने बच्चे को School भेज देते हैं, ये सोका चकर की
- कम से कम एक समय का खाना तो बचेगा।
mid day meal Yojana के आने से स्कूलों में लड़कियों की साझेदारी भी बढ़ी है । इसका मतलब लोग अब लड़कियों को भी स्कूल भेजने लगे हैं.
- लिंगानुपात निर्मूलन
mid day meal
Yojana स्कूल में पढ़ने वाले बच्चो में समान लिंगानुपात को प्रोत्साहन,जबसे लडकियों ने School आना शुरू किया है ।तब से School में लड़की और लडको की संख्या में कोई अधिक अंतर नहीं रह गया है.
- सकारत्मक बदलाव
इस योजना के कारण बच्चो में बहुत सारी Positive
Habits का प्रचलन होता है ।जैसे खाने से पहले हाथ धोना, खाने के बाद हाथ धोना अपनी Plat खुद साफ़ करना खाने के बाद स्वच्छ पानी पीना इत्यादि।
mid day meal programme objectives
- पहला उद्देश्य इस Yojana से बच्चो के Parent को एक प्रकार का लाभांश ही हुबा है जय की Subsidy के रूप में उनको एक Time का खाना मिल रहा है.
- दूसरा Purpose देश के कई जगह मई भयानक Disease है उससे बच्चो की बीमरी की संख्या में Low पायी गयी।
- तीसरा उद्देश्य बच्चो को एक Attraction भी मिला जो की खाने के साथ School में पढाई।
- चौथा Purpose स्कूल के बच्चो की Hunger का प्रमाण काम हुवा।
Finanicial provision for mid day meal scheme
दोस्तों निचे कुछ मध्याह्न भोजन योजना के लिए वित्तीय प्रावधान दिए गए है
- Central और State Government दोनों अपनी केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित योजना पर धन साझा करती हैं। Ration 75:25 के Ration में निधि। Central सरकार राज्य सरकार को चावल-गेहूं और अन्य सामग्री प्रदान करती है, साथ ही खाना पकाने के लिए Store room और Kichten Shed के निर्माण का विस्तार भी करती है।
- Government राज्य सरकार को निर्धारित मानदंडों के तहत एक स्थान से दूसरे स्थान पर Food लेखों के Transport के लिए एक Subsidy देती है।
- केंद्र सरकार योजना के चलाने के साथ-साथ निर्धारित मानदंडों के तहत इसकी निगरानी के साथ अर्जित व्यय को भी साझा करती है.
mid day meal scheme Disadvantages इन हिंदी
Courrption
Delivery System प्रणाली में भ्रष्टाचार शामिल है, जिसके कारण बच्चों को कम Quaility और अपर्याप्त भोजन मिल रहा है.
N ot Aware About Observation
उचित निगरानी और Observation का अभाव भी इस mdm Yojana की सबसे बड़ी Problem है.
quality Issues
कभी-कभी Report में पाया गया है कि Gramin इलाकों में Kichten shed में खाने में कीड़ों और छिपकलियों के होने की हद तक गंदगी, अनहोनी की स्थिति है.
- Fake Enrollment
धन का गबन करने के लिए Fake नामांकन भी किए जाते हैं।
रिपोर्ट में Mid Day Meal की खराब Quality के कारण बच्चों के बीमार पड़ने और Hospital में भर्ती होने को भी दिखाया गया है.
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